वैदिक ज्योतिष में भगवान शिव

भगवान शिव वैदिक ज्योतिष में समय, प्रकाश, और परिवर्तन के प्रतीक हैं। ग्रहों, नक्षत्रों और चंद्र नोड्स से उनका संबंध उनकी बहुमुखी ऊर्जा और गहन ज्योतिषीय महत्व को दर्शाता है। शिव की ऊर्जा को समझना किसी की कुंडली और जीवन के आध्यात्मिक रहस्यों को जानने का मार्ग है।

Read More

देवीसूक्तम्

यह स्तोत्र देवी महादेवी को समर्पित है और उनकी विभिन्न शक्तियों का गुणगान करता है। इसमें 30 श्लोक हैं, जिनमें से प्रत्येक में देवी को नमस्कार किया गया है। यह प्रार्थना उनके प्रति भक्ति, श्रद्धा और उनकी कृपा की प्राप्ति के लिए की जाती है। देवी को समर्पित यह स्तोत्र सभी भूतों में उपस्थित शक्तियों को सम्मानित करता है और भक्तों की सभी कठिनाइयों को दूर करने की कामना करता है। नियमित पाठ करने से शुभता और सुख की प्राप्ति होती है।

Read More